मंगलवार, 20 मार्च 2012

ऊर्जा का महत्व

ऊर्जा का महत्व हम सब के जीवन में -1
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ये विषय बहुत ही विस्तृत है कुछ पंक्तिओं में इस पर नहीं लिखा जा सकता सार लिखने की कोशिश करुगी 
ऊर्जा के बिना जीवन सम्भव ही नहीं है हमे ऊर्जा अनेक प्रकार से मिलती है ऊर्जा   प्राकृतिक भी होती है  और  कृत्रिम भी, प्राकृतिक ऊर्जा हमें पंचतत्वों से मिलती है ,हर एक दिशा की अपनी अलग प्रकार की ऊर्जा होती है 
गड़बड़ तब  हो जाती है  हम किसी दिशा की ऊर्जा के स्वभाव के विपरीत उस दिशा का उपयोग करते है     उदाहरण :- दक्षिण दिशा से जो ऊर्जा हम तक आती है वो अग्नि प्रधान होती है ,यदि हम अपने ऑफिस या घर में उस दिशा में अग्नि या बिजली से सम्बंधित कार्य  करें वैसे ही उपकरण वहां रखें तो हमे उस ऊर्जा का लाभ मिलता है ,यदि किसी और प्रकार के कार्य वहां किये जाएँ तो ऊर्जा नष्ट हो जाती है या उस में दोष पैदा हो जाता , इस लिए वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष ध्यान रखा जाता है ,दूषित हुई ऊर्जा को नेगेटिव एनर्जी भी कहा जाता है ,यदि हमारे घर या ऑफिस में किसी की कारण नेगेटिव एनर्जी बन रही हो या आ रही हो तो ,वो हमारे स्वभाव पर और  स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है ,ऐसे स्थानों में रहने वाले लोग ,चिडचिडे और लडाकू स्वभाव के हो जाते है ,इस के विपरीत यदि  हम सकारात्मक ऊर्जा में रहे तो खुद को स्वस्थ्य और खुश महसूस करते है 
नकरात्म ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित भी किया जा सकता है , इस विषय पर कई घंटे लिख सकती हूँ पर अभी लगता है काफी लिख दिया शायद इससे ज्यादा लिखा तो कोई पढ़ेगा भी नहीं :):)
अगर विषय मेरी मित्र मण्डली को पसंद आया तो आगे लिखुगी ....

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